मध्यप्रदेश में जोरदार मानसून के बाद हो रही लगातार बारिश से नदी-नाले उफान पर पहुंच गए हैं। शनिवार को चापड़ा के पास काली सिंध नदी में उफान से इंदौर-बैतूल हाइवे दो घंटे से बंद है। वहीं रायसेन में भारी बारिश से बीना नदी उफान पर पहुंच गई है। कहूला पुल पूरी तरह से जलमग्न हो गया है, जिससे भोपाल सागर मार्ग बंद है। यहां पर 25 से ज्यादा गांवों से संपर्क टूट गया है। श्योपुर में दो दिन से हो रही लगातार बारिश से सीप नदी पर बना बंजारा डेम ओवरफ्लो हो गया है।

खंडवा में 15 घंटे में 6 इंच बारिश हुई जो, पूरे प्रदेश में एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश है।झाबुआ में 11 दिन 11 इंच बारिश होने से नदी तालाबों में भरपूर पानी आ गया। 2018 में 5 जुलाई तक 5 इंच के लगभग बरसात हुई थी।रतलाम जिले में 3.39 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। अब तक जिले में 14.18 इंच जबकि शहर में 17 इंच बारिश हो चुकी है। मंदसौर में इस वर्ष अब तक 10.7 इंच जबकि नीमच जिले में 11.44 इंच बारिश दर्ज की गई। खंडवा में नदी-नाले उफान पर हैं।6 से 10 जुलाई की अवधि के दौरान कम दबाव का क्षेत्र दक्षिण-पूर्व में उत्तर प्रदेश और उससे सटे पूर्वोत्तर मप्र में स्थित है और संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। पूर्वोत्तर राजस्थान, दक्षिण पूर्व, उप्र और इससे सटे पूर्वोत्तर मप्र पर निम्न दबाव का क्षेत्र तक औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक विस्तारित द्रोणिका के कारण आगामी 24 घंटों के दौरान पश्चिमी मप्र में तथा 6 से 10 जुलाई के दौरान पूर्वोत्तर मप्र के अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।

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