जयपुर. राजस्थान की 15वीं विधानसभा के लिए कांग्रेस नेता सीपी जोशी को अध्यक्ष बनाया गया है। महेश जोशी मुख्य सचेतक और महेंद्र चौधरी को उप मुख्य सचेतक बनाए गए हैं। राहुल गांधी के आदेश के बाद ही तीनों का नाम फाइनल किया गया। 15वीं विधानसभा का पहला सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है। सबसे पहले प्रोटेम स्पीकर गुलाबचंद कटारिया नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे। सोमवार को राज्यपाल कल्याण सिंह ने राजभवन में कटारिया को विधानसभा के सदस्य पद की शपथ दिलाई। राज्यपाल ने कटारिया को प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति को मंजूरी भी दी।
कटारिया ही होंगे नेता प्रतिपक्ष
राजस्थान के पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी होंगे। भाजपा विधायक कटारिया 15वीं विधानसभा में आठवीं बार विधायक बनकर पहंचे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने विधायक दल की बैठक के बाद कटारिया को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने का ऐलान किया।
सीपी जोशी : चार बार विधायक रहे हैं
सीपी जोशी नाथद्वारा से 4 बार विधायक बन चुके हैं। इसके साथ ही मनमोहन सरकार में केंद्र मंत्री भी रह चुके हैं। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के भी अध्यक्ष रहे।
2008 विधानसभा चुनाव में जोशी सिर्फ 1 वोट से हार गए थे। बाद में 2009 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर मनमोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। इस दौरान वे पंचायतीराज, ग्रामीण विकास, भूतल परिवहन एवं राजमार्ग और रेल मंत्रालय के मंत्री रहे।
यूपीए सरकार जाने के बाद उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाकर बंगाल, बिहार एवं असम का प्रभारी बनाया गया। एक समय ऐसा आया जब कांग्रेस ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों का प्रभार जोशी को दे दिया। बिहार में महा गठबंधन जीता। लेकिन, बाद में लगातार पार्टी पूर्वोत्तर राज्यों में हारती गई।
महेश जोशी : सीएम गहलोत के करीबी, पहले भी उप मुख्य सचेतक रह चुके हैं
1998 से 2003 तक किशनपोल सीट से विधायक रहे। तब गहलोत सरकार में उप मुख्य सचेतक की भूमिका में थे। 2009 से 2014 के बीच जयपुर सीट से सांसद रहे।
इस बार हवामहल सीट से विधायक हैं। कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इन्हें सीएम गहलोत का करीबी माना जाता है।
जोशी को मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी देकर ब्राह्मण वोट बैंक को साधने का प्रयास है।
महेंद्र चौधरी : नागौर से कोई मंत्री नहीं, जाट वोट बैंक साधने का प्रयास
2008 से 2013 में नावा से पहली बार विधायक बने। इस बार भी नावा सीट से विधायक हैं।
इन्हें भी अशोक गहलोत का करीबी माना जाता है। नागौर से किसी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया था।
ऐसे में महेंद्र को उप मुख्य सचेतक की भूमिका दी गई। साथ ही जाट वोट बैंक को साधने की कोशिश की गई है।
गुलाबचंद कटारिया ने ली प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ
सोमवार को राजभवन में भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाब चंद कटारिया को राज्यपाल कल्याण सिंह ने प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट, यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल सहित अन्य मंत्री मौजूद रहे। विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। मंगलवार को विधानसभा सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर कटारिया नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे। इसके बाद दो दिन विधानसभा सदस्यों की शपथ होगी। बता दें कि विधानसभा की 199 सीटों के लिए सात दिसंबर को मतदान हुआ था। अलवर की रामगढ़ सीट पर बसपा प्रत्याशी की मौत की वजह से इस सीट पर चुनाव स्थगित हो गए थे। अब यहां 28 जनवरी को मतदान होना है।